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Poetry~घमंड है उस नासमझ को, अपने खूबसूरती का।

घमंड है उस नासमझ को,
अपने खूबसूरती का।
कमबख्त उसे पता हीं नहीं!
बहुते हसीनों हो जाती है पागल,
पलभर में,
देखकर मेरी आँखों को।
लेकिन ज़मीर है मेरा,
कि बर्वाद नहीं करते,
किसी मासूम की जिन्दगी।
वरना मेरे पीछे भी,
लाईन लगी होती,
खूबसूरत हसीनों की।

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Poetry~हर इंसान जीना चाहते हैं, बड़े शान-ओ-शौकत से।

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