आयें जाति-धर्म से दूर हटकर,
अपनी एक पहचान बनाएँ।
मानवता हीं है धर्म हमारा,मानवता हीं है संस्कार हमारा।
मानवता से बड़ा ना कोई धर्म हमारा,
मानवता से बड़ा ना कोई संस्कार हमारा।
आयें हमसब मिलकर एक आवाज उठाएँ!
हिन्दु-मुस्लिम, सीख-ईसाई,
सब के सब हैं हम, मानव के वंशज।
आयें जाति-धर्म से दूर हटकर,
अपनी एक पहचान बनाएँ।
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